चर्च के आरोपों की गहनता से जांच जरुरी
-डा समन्वय नंद-
-: ऐजेंसी अशोक एक्सप्रेस :-
केरल में इसलामी कट्टरता निरंतर बढ रही है, यह बात किसी से छुपी हुई नहीं है । किसी सामान्य बात को लेकर कट्टरपंथी इसलामी संगठन के कार्यकर्ता द्वारा किसी प्रोफेसर के हाथ काट लेने का मामला हो या फिर केरल के युवाओं के आईएसआईएस में शामिल होना हो इस तरह के खबरें लगातार आती रही है । कुछ स्थानों पर कट्टर इसलामी संगठनों द्वारा युवाओं का इंडाक्ट्रिनेशन किये जाने वाली खबरें भी नियमित समाचार पत्रों में शीर्षक बन रहे हैं । इन बातों से केरल की स्थिति के बारे में कोई भी सामान्य व्यक्ति अंदाजा लगा सकता है । इससे और एक बात भी स्पष्ट हो रही है कि केरल में सत्तारुढ वामपंथी सरकार इस तरह के मजहबी उन्मादो को कम करने या फिर उन्हें नियंत्रित करने मे रुचि कम दिखा रही है ।
केरल की इस तरह की स्थिति के बीच राज्य के एक प्रमुख ईसाई पादरी ने अभी हाल ही में एक बयान जारी किया है । इस बयान में उन्होंने जो बातें कही है उस पर ध्यान दिया जाना जरुरी है। केरल के कोट्टयम में सायरो मालाबार चर्च पाला धर्मप्रांत के ‘मार जोसेफ कल्लारंगट’ नामक इस बिशप ने कहा कि केरल में कैथोलिक लड़कियाँ पहले लव जिहाद का शीकार हो रही थी । अब क्याथोलिक लडकियां ‘लव के साथ साथ नार्कोटिक जिहाद’ की शिकार हो रही हैं। त कोट्टायम जिले के कुरुविलंगाडु में एक चर्च समारोह में उन्होंने यह बात कही । कुरुविलंगाडु चर्च के यूट्यूब चैनल पर वीडियो को अपलोड किया गया । इस वीडियो में बिशप ने चेतावनी दी कि कट्टरपंथी ऐसे तरीकों का इस्तेमाल उन जगहों पर कर रहे हैं जहाँ हथियारों का इस्तेमाल नहीं किया जा सकता है और कैथोलिक परिवारों को इस संबंध में सावधान रहना चाहिए।
उन्होंने यह कहा कि केरल में एक खास ग्रुप है जो विभिन्न इलाकों में कैथोलिक और हिंदू युवाओं को ड्रग व अन्य नशों का आदी बना रहे हैं। ऐसे लोगों का मकसद दूसरे रिलिजियन को भ्रष्ट करने का है। लव जिहाद और नार्कोटिक्स जिहाद दो चीजें हैं जिन पर ध्यान दिया जाना चाहिए।
अपने बयान में उन्होंने कहा कि केरल में ‘लव जिहाद’ होने से इनकार करने का कोई भी प्रयास सच्चाई से मुँह मोड़ लेने जैसा है। बिशप ने सभी कैथोलिक लोगों को सचेत किया कि मुस्लिम विचारों को जबरदस्ती लाने की योजना चल रही है। सभी कैथोलिकों को इसके बारे में पता होना चाहिए और उन्हें सतर्क रहना चाहिए। उनकी यह वीडियो अब चर्चा का विषय बना हुआ है । कुछ लोग इस बयान के समर्थन में दिख रहे हैं तो कुछ लोगों ने इस बयना को लेकर उन्हें आडे हाथों लिया है ।
केरल का कैथोलिक समाज उनके इस बयान के पीछे खडा दिख रहा है लेकिन कुछ लोग उनकी आलोचना भी करते दिख रहे हैं । खास कर केरल के मुख्यमंत्री पी. विजयन को ही देख लें । उन्होंने इस बयान पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है । उन्होंने कहा कि – पाला बिशप एक काफी प्रभावशाली व धार्मिक विद्वान हैं। हमलोग पहली बार ‘नारकोटिक्स जिहाद’ नाम का कोई शब्द सुन रहे हैं। नारकोटिक्स की समस्या किसी एक खास धर्म को ही निशाना नहीं बनाती। ये पूरे समाज पर अपना दुष्प्रभाव डालती है। इसे लेकर हम काफी चिंतित हैं।
वैसे देखा जाए तो बिशप ने पहली बार ऐसी बात कही है ऐसा नहीं है । ईसाई समेत गैर इसलामी लडकियों को सुनियोजित तरीके से प्रेम जाल में फांस कर लव जिहाद किये जाने की बात उन्होंने काफी पहले कही थी। उन्हें इसे लेकर समाज को आगाह किया था । उस समय भी उनके बयान को लेकर विवाद हुआ था तथा लोगों ने उनकी आलोचना की थी। यदि आज की स्थिति में हम देखे तो एक ऐसा रुझान देख रहे हैं जिसमें गैर इसलामी लडकियों को प्रेम के माध्यम से टार्गेट किया जा रहा है । यह एक बडी और गहरी साजिश व रणनीति का हिस्सा है, ऐसा प्रतीत होता है । भले ही राजनीतिक कारणों से कोई इस विषय पर खुल कर न बोले लेकिन इसमें सच्चाई होने की बात से इंकार नहीं किया जा सकता ।
वर्तमान में केरल मे युवाओं का इनडाक्ट्रिनेशन होने की बात सामने आ रही है । यही कारण है आफगानिस्तान से लेकर सीरिया तक में केरल के युवा जिहाद करते दिख रहे है ।कुछ तो आफगानिस्तान के जेलों में भी बंद हैं । ऐसे में मार जोसेफ कल्लारंगट द्वारा कही गई बात को इस तरह से सिरे से खारिज नहीं किया जाना चाहिए । उनके द्वारा उठाये गये मुद्दे को गंभीरता से जांच किये जाने की आवश्यकता है । राजनीतिक कारणों से इसका विरोध नहीं किया जाना चाहिए । चुंकि यह देश के युवाओं के भविष्य तथा देश के सुरक्षा से जुडा विषय है. इस लिए इस पर गहराई से जांच जरुरी है और अगर इस तरह की कोई वास्तव में बात है तो उसकी रोकथाम व इसे नियंत्रित करने के लिए आवश्यक व प्रभावी कदम उठाये जाना चाहिए ।
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