टी20 विश्व कप में खेलने पर ग्लीसन ने कहा, अगर अच्छा प्रदर्शन जारी रखूंगा तो कुछ भी हो सकता है
बर्मिंघम, 10 जुलाई (ऐजेंसी/अशोक एक्सप्रेस)। भारत के खिलाफ पदार्पण मुकाबले में शानदार प्रदर्शन करके आत्मविश्वास से भरे इंग्लैंड के तेज गेंदबाज रिचर्ड ग्लीसन का मानना है कि अगर वह अच्छा प्रदर्शन जारी रखते हैं तो उन्हें इस साल होने वाले टी20 विश्व कप में खेलने का मौका मिल सकता है।
ग्लीसन ने यहां दूसरे टी20 अंतरराष्ट्रीय मुकाबाले में अपनी पांचवीं, सातवीं और आठवीं गेंद पर भारतीय कप्तान रोहित शर्मा, स्टार बल्लेबाज विराट कोहली और विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत को आउट किया। भारत ने हालांकि यह मुकाबला 49 रन से जीता। चौंतीस साल के ग्लीसन ने 15 रन देकर तीन विकेट चटकाए।
ग्लीसन ने शनिवार को मैच के बाद प्रेस कांफ्रेंस में कहा, ‘‘पदार्पण करना शानदार रहा लेकिन अंत में आप मुकाबले को जीतना चाहते हो। इसलिए हारना निराशाजनक रहा लेकिन निजी तौर पर शुरुआत शानदार रही।’’
टी20 विश्व कप करीब है और ग्लीसन को उम्मीद है कि वह इस प्रतिष्ठित प्रतियोगिता के लिए इंग्लैंड की टीम में जगह बनाने में सफल रहेंगे। ग्लीसन ने 27 साल की उम्र में पेशेवर क्रिकेट खेलना शुरू किया था।
उन्होंने कहा, ‘‘आप बड़े मुकाबलों में खेलना चाहते हो, क्या ऐसा नहीं है? इसलिए हां, क्यों नहीं? मैं अगले मैच को लेकर उत्सुक हूं और फिर देखूंगा आगे क्या होता है।’’
ग्लीसन ने कहा, ‘‘(इंग्लैंड की टीम में चयन) अभी मेरा लक्ष्य नहीं है। मैं सिर्फ शीर्ष स्तर पर खेलना चाहता हूं। मंै क्रिकेट खेलते रहना चाहता हूं और इसका लुत्फ उठाना चाहता हूं, जितना अधिक हो उतने समय तक खेलना चाहता हूं। क्या पता? अगर मैं अच्छा प्रदर्शन जारी रखूं तो कुछ भी हो सकता है।’’
इंग्लैंड को 171 रन का लक्ष्य देने के बाद भुवनेश्वर कुमार की अगुआई में भारतीय गेंदबाजों ने मेजबान टीम को सिर्फ 121 रन पर ढेर करके तीन मैच की श्रृंखला में 2-0 की विजयी बढ़त बनाई।
ग्लीसन ने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि शायद उन्होंने (भारत ने) प्रतिस्पर्धी स्कोर से कुछ अधिक रन बना लिए।’’
उन्होंने कहा, ‘‘और इसके बाद उन्होंने गेंद से अच्छी शुरुआत की। इससे हम बैकफुट पर आ गए और उन्होंने अच्छी गेंदबाजी की। लेकिन टी20 क्रिकेट में ऐसा होता है।’’
दाएं हाथ के इस गेंदबाज को 2020 में कमर में स्ट्रेस फ्रेक्चर हुआ था जिससे उनका करियर खतरे में पड़ गया था। चोट के संदर्भ में उन्होंने कहा, ‘‘मैं संन्यास के बारे में नहीं सोच रहा था। मुझे इसके लिए बाध्य किया जा रहा था। उबरने की प्रक्रिया लंबी और धीमी थी। दुर्भाग्य से मेरी उम्र के कारण इससे उबरने में अधिक समय लगा। लेकिन दोबारा खेलना शानदार है।’’
नेस्को, मुंबई में हैलोवीन के साथ तालविंदर के साथ सहयोग किया।
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