आरबीएल बैंक की वित्तीय स्थिति संतोषजनक, जमाकर्ताओं को घबराने की जरूरत नहींः रिजर्व बैंक
मुंबई, 27 दिसंबर (ऐजेंसी/अशोक एक्सप्रेस)। निजी क्षेत्र के आरबीएल बैंक की वित्तीय स्थति को लेकर चिंता के बीच भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने जमाकर्ताओं और विभिन्न पक्षों को आश्वस्त करते हुए कहा कि बैंक के पास पर्याप्त पूंजी है और उसकी वित्तीय स्थिति ‘संतोषजनक’ बनी हुई है।
हालांकि, इन सबके बीच बैंक का शेयर काफी नीचे आ गया।
बैंक में पिछले कुछ दिनों में काफी गतिविधियां हुई हैं। एक तरफ आरबीआई ने बैंक के निदेशक मंडल में अतिरिक्त निदेशक नियुक्त किया। वहीं बैंक के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) विश्ववीर आहूजा को छुट्टी पर भेज दिया गया।
आरबीएल बैंक के नवनियुक्त प्रमुख राजीव आहूजा ने कहा कि संस्थान की वित्तीय स्थिति मजबूत है और शीर्ष स्तर पर अचानक बदलाव किसी चिंता से जुड़ा नहीं है।
विभिन्न तबकों में जतायी जा रही चिंता के बीच केंद्रीय बैंक ने सोमवार को कहा, ‘‘जमाकर्ताओं और सबंधित पक्षों को अटकलों वाली खबरों पर प्रतिक्रिया देने की जरूरत नहीं है। इसमें कहा गया कि बैंक की वित्तीय स्थिति ‘स्थिर’ है।’’
इस बीच, आरबीएल बैंक का शेयर बीएसई में 18 प्रतिशत लुढ़ककर 140.90 रुपये पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान यह 52 सप्ताह के निचले 132.32 रुपये तक आ गया था।
केंद्रीय बैंक ने कहा, ‘‘ बैंक (आरबीएल) के पास पर्याप्त पूंजी है और वित्तीय स्थिति संतोषजनक है। छमाही लेखा परिणामों के मुताबिक 30 सितंबर, 2021 तक बैंक का पूंजी पर्याप्तता अनुपात 16.33 फीसदी है जो संतोषजनक है और प्रावधान कवरेज अनुपात 76.6 प्रतिशत है।’’
आरबीआई ने स्पष्ट किया, ‘‘निजी बैंकों में अतिरिक्त निदेशकों की नियुक्ति बैंकिंग विनियमन अधिनियम, 1949 की धारा 36एबी के तहत की जाती है। यह तब होता है, जब यह महसूस किया जाता है कि बोर्ड को नियामकीय/पर्यवेक्षण के मामलों में समर्थन की आवश्यकता है।’’
आरबीआई के मुख्य महाप्रबंधक योगेश के दयाल को आरबीएल बैंक का अतिरिक्त निदेशक नियुक्त किए जाने के बाद विश्ववीर आहूजा ने मुख्य कार्यपालक अधिकारी पद छोड़ने की घोषणा कर दी। उसके बाद बैंक के निदेशक मंडल ने राजीव आहूजा को अंतरिम तौर पर प्रबंध निदेशक और सीईओ की जिम्मेदारी सौंपी है।
दयाल की नियुक्ति 24 दिसंबर से 23 दिसंबर, 2023 तक या अगले आदेश तक, जो भी पहले हो, तक के लिए की गयी है।
आहूजा ने रविवार को कहा था कि बैंक की वित्तीय स्थिति मजबूत है और उसे आरबीआई तथा निदेशक मंडल का पूरा समर्थन प्राप्त है।
आरबीएल बैंक को सितंबर, 2021 को समाप्त दूसरी तिमाही में 31 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हुआ जो एक साल पहले इसी तिमाही में 144 करोड़ रुपये था।
एआईबीईए (ऑल इंडिया बैंक एम्प्लॉयज एसोसिएशन) ने 25 दिसंबर को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को पत्र लिखकर कहा कि बैंक ने क्रेडिट कार्ड कारोबार, खुदरा कर्ज और छोटी राशि में काफी ऋण दिया हुआ है। इससे उसकी वित्तीय स्थिति बिगड़ी है।
संगठन ने आरबीएल बैंक के यस बैंक और लक्ष्मी विलास बैंक के रास्ते पर जाने की आशंका जताते हुए सरकार से तत्काल हस्तक्षेप करने और बैंक के सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक के साथ विलय पर विचार करने का आग्रह किया था।
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