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व्यापार - October 28, 2022

ग्लोबल मार्केट से मिले जुले संकेत, एशियाई बाजारों पर भी दबाव

नई दिल्ली, 28 अक्टूबर (ऐजेंसी/अशोका एक्स्प्रेस)। घरेलू शेयर बाजार में आज तेजी का रुख है, लेकिन वैश्विक बाजार से मिले-जुले संकेत मिल रहे हैं। अमेरिकी बाजार में पिछले कारोबारी सत्र के दौरान मिलाजुला रुख बना रहा है। डाओ जोंस तेजी के साथ बंद हुआ। लेकिन नैस्डेक और एसएंडपी 500 इंडेक्स में गिरावट का रुख बना रहा। इसी तरह एशियाई बाजार भी आज मिलेजुले रुख के बीच दबाव की स्थिति में काम करते नजर आ रहे हैं।

पिछले कारोबारी सत्र में डाओ जोंस में करीब 0.50 प्रतिशत की तेजी दर्ज की गई। ये सूचकांक 200 अंक से अधिक उछलकर 32,033 अंक के स्तर पर बंद हुआ। दूसरी ओर एसएंडपी 500 इंडेक्स 0.50 प्रतिशत की गिरावट के साथ 30,807 अंक के स्तर पर बंद हुआ। इसी तरह मेटा के कमजोर नतीजों के झटके से नैस्डेक भी 1.50 प्रतिशत की गिरावट के साथ 10,792 अंक के स्तर पर बंद हुआ।

पिछले कारोबारी सत्र के दौरान मैक्डोनाल्ड्स, कैटरपिलर और बोइंग के शेयरों में अच्छे वित्तीय परिणामों की वजह से जोरदार तेजी का रुख बना रहा। दूसरी ओर खराब वित्तीय परिणामों के कारण मेटा के शेयर 25 प्रतिशत टूटकर बंद हुए। इसी तरह अमेजॉन के शेयरों में भी 20.02 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई। पूरे कारोबारी सत्र के दौरान अमेरिकी बाजार में एक्टिव शेयरों में से 51 प्रतिशत शेयर बढ़त के साथ बंद होने में सफल रहे।

अमेरिकी बाजार की तरह ही आज एशियाई बाजारों में भी मिलाजुला रुझान नजर आ रहा है। आज के कारोबार में एसजीएक्स निफ्टी 54.50 अंक की बढ़त के साथ कारोबार करता नजर आ रहा है। इसी तरह स्ट्रेट टाइम्स इंडेक्स में भी 1.70 प्रतिशत की तेजी बनी हुई है। दूसरी ओर निक्केई इंडेक्स 0.34 प्रतिशत की कमजोरी के साथ 27,238.20 अंक के स्तर पर कारोबार करता नजर आ रहा है। ताइवान के बाजार में भी अभी तक 0.81 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की जा चुकी है। फिलहाल ये सूचकांक 12,821.62 अंक के स्तर पर कारोबार कर रहा है। इसी तरह हेंगसेंग इंडेक्स 1.61 प्रतिशत टूट कर 15,180.23 अंक के स्तर पर कारोबार कर रहा है। जबकि शंघाई कंपोजिट इंडेक्स 1.06 प्रतिशत कमजोर होकर 2,947.74 अंक के स्तर पर कारोबार करता नजर आ रहा है। वहीं कोस्पी इंडेक्स में भी 0.11 प्रतिशत की गिरावट बनी हुई है।

जानकारों का मानना है कि अगले कारोबारी सत्र में अमेरिकी शेयर बाजारों में सुधार के लक्षण लिख सकते हैं। दूसरी तिमाही के दौरान अमेरिकी में जीडीपी ग्रोथ 2.6 प्रतिशत रहा है। इसके साथ ही अमेरिका में ड्यूरेबल गुड्स मार्केट में तेजी बनी है। हालांकि टेक शेयरों में आई गिरावट के कारण अमेरिकी बाजार पर दबाव जरूर बना है, लेकिन ड्यूरेबल गुड्स मार्केट की तेजी अमेरिकी शेयर बाजार के लिए सहारे का काम कर सकती है।

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