Home देश-दुनिया राहुल के समर्थन में देशभर में कांग्रेस विरोध प्रदर्शन, भाजपा सरकार की आलोचना की (अपडेट)

राहुल के समर्थन में देशभर में कांग्रेस विरोध प्रदर्शन, भाजपा सरकार की आलोचना की (अपडेट)

नई दिल्ली, 26 मार्च (ऐजेंसी/अशोका एक्स्प्रेस)। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने पार्टी नेता राहुल गांधी को लोकसभा की सदस्यता से अयोग्य ठहराए जाने के खिलाफ रविवार को देशभर में ‘संकल्प सत्याग्रह’ किया। इस दौरान कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने राहुल गांधी पर ‘मोदी उपनाम’ संबंधी टिप्पणी के जरिए अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) का अपमान करने का आरोप लगाने को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की आलोचना की और सवाल किया कि जब नीरव मोदी और ललित मोदी जैसे भगोड़े लोगों की आलोचना की जाती है तो सत्ताधारी पार्टी को दर्द क्यों होता है।

दिल्ली में, पुलिस ने कांग्रेस को राजघाट पर ‘सत्याग्रह’ करने की अनुमति नहीं दी और गुजरात में पुलिस ने प्रदर्शन करने पर कई पार्टी पदाधिकारियों को हिरासत में ले लिया। राष्ट्रीय राजधानी में पुलिस ने राजघाट पर सत्याग्रह की अनुमति देने से इनकार कर दिया। इसके बाद पार्टी ने अपने एक दिवसीय ‘सत्याग्रह’ के लिए महात्मा गांधी के स्मारक के बाहर एक मंच लगाया।

इस बीच, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा ने कहा कि देश को जोड़ने के लिए हज़ारों किलोमीटर चलने वाला व्यक्ति एवं शहीद प्रधानमंत्री का बेटा कभी देश का अपमान नहीं कर सकता। उन्होंने अपने पिता एवं दिवंगत प्रधानमंत्री राजीव गांधी का जिक्र करते हुए यह बात कही, जिनकी 1991 में हत्या कर दी गई थी। वाद्रा यहां महात्मा गांधी की समाधि राजघाट पर एक सभा को संबोधित कर रही थीं।

प्रियंका ने कहा कि समय आ गया है कि ‘अहंकारी सरकार’ के खिलाफ आवाज उठाई जाए क्योंकि राहुल गांधी को चुनाव लड़ने से रोकना देश और इसके लोकतंत्र के लिए अच्छा नहीं है। कांग्रेस महासचिव ने आरोप लगाया कि उद्योगपति गौतम अडाणी को लेकर प्रधानमंत्री से सवाल पूछने के लिए राहुल गांधी को अयोग्य ठहराया गया है और जनता इस कार्रवाई के लिए जिम्मेदार लोगों को करारा जवाब देगी।

राजघाट के बाहर ‘संकल्प सत्याग्रह’ में जमा हुए लोगों से वाद्रा ने कहा, “मेरे परिवार ने खून से इस देश में लोकतंत्र को सींचा है। हम इस देश में लोकतंत्र के लिए कुछ भी करने को तैयार हैं। कांग्रेस के महान नेताओं ने इस देश में लोकतंत्र की नींव रखी है।” उन्होंने कहा, “समय आ गया है और हम अब चुप रहने वालों में से नहीं हैं।”

वाद्रा ने पूछा कि क्या शहीद प्रधानमंत्री का बेटा देश का अपमान कर सकता है और कहा, “यह उस प्रधानमंत्री का अपमान है जिसने बलिदान दिया है।’’ इस बीच, खरगे ने राहुल गांधी पर 2019 में अपनी टिप्पणी से ओबीसी का अपमान करने का आरोप लगाने के लिए भाजपा की आलोचना की। उन्होंने कहा, ‘‘वे अब ओबीसी की बात करते हैं, क्या ललित मोदी ओबीसी है, क्या नीरव मोदी ओबीसी है, क्या मेहुल चोकसी ओबीसी है, वो लोगों का पैसा लेकर भाग गए। अगर वे भगोड़े हैं तो उनकी आलोचना होने पर आपको दर्द क्यों होता है । आप (भाजपा) उस व्यक्ति को दंडित करते हैं जो देश को बचाने के लिए काम करता है और देश को लूटने वालों को विदेश भेज देते हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘यह केवल एक सत्याग्रह है लेकिन देश भर में ऐसे कई सत्याग्रह होंगे। संविधान, लोकतंत्र और अभिव्यक्ति की आजादी को बचाने के लिए जो भी कुर्बानी देनी पड़ेगी, हम देंगे।’’

कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, ‘‘राहुल गांधी जी इस देश की जनता, महिलाओं एवं युवाओं के लिए तथा बेरोजगारी एवं महंगाई के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे हैं।’’ खरगे ने कहा कि भाजपा सरकार और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को लगता है कि उनकी पार्टी कमजोर है लेकिन उन्हें पता होना चाहिए कि ‘‘अगर कोई अहंकार से हमें कुचलने की कोशिश करेगा तो हम मुंहतोड़ जवाब देंगे।’’

कांग्रेस प्रमुख ने कहा, ‘‘आप उन (गांधी) पर मामले दर्ज कर रहे हैं। उन्होंने जो कहा, वह चुनावों में कहा था और इसका मकसद किसी को ठेस पहुंचाना नहीं था, लेकिन कोलार में जो कहा गया उसके लिए उन्होंने (भाजपा ने) सूरत में मामला दर्ज कराया। अगर आप में हिम्मत होती तो आपको कर्नाटक में यह मामला दर्ज कराना चाहिए था।’’ उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा राहुल को रोकना चाहती है क्योंकि उन्हें डर है कि वह संसद में फिर से अडाणी का मुद्दा उठाएंगे।

केरल की वायनाड सीट से लोकसभा सदस्य राहुल गांधी को सूरत की एक अदालत द्वारा 2019 के मानहानि के एक मामले में दो साल जेल की सजा सुनाये जाने के मद्देनजर शुक्रवार को लोकसभा की सदस्यता से अयोग्य ठहरा दिया गया। लोकसभा सचिवालय की ओर से जारी अधिसूचना में कहा गया है कि अयोग्यता संबंधी आदेश 23 मार्च से प्रभावी होगा।

उल्लेखनीय है कि सूरत की एक अदालत ने यह फैसला ‘‘मोदी उपनाम’’ संबंधी टिप्पणी को लेकर दिया था। हिमाचल प्रदेश, राजस्थान, तेलंगाना, जम्मू-कश्मीर, पंजाब, हरियाणा और गुजरात जैसे कई राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने विरोध में हिस्सा लिया।

गुजरात में, पुलिस ने कांग्रेस की राज्य इकाई के प्रमुख जगदीश ठाकोर, विधानसभा में विपक्ष के नेता अमित चावड़ा और वरिष्ठ नेता भरतसिंह सोलंकी को पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ उस समय हिरासत ले लिया जब वे विरोध करने के लिए अहमदाबाद के लाल दरवाजा पहुंचे।

प्रदर्शनकारियों को पुलिस स्टेडियम ले जाया गया जहां उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के खिलाफ नारेबाजी जारी रखी। ठाकोर ने ट्वीट किया, ‘‘सत्य की ताकत है, सत्याग्रह का संकल्प है। भाजपा की लूट को बेनकाब करने के लिए, लोकतंत्र की रक्षा के दृढ़ निश्चय के साथ गुजरात प्रदेश कांग्रेस का एक-एक कार्यकर्ता राहुल गांधी जी के साथ है।’’

वडोदरा कांग्रेस पार्टी के नेता ऋत्विक जोशी ने कहा, ‘‘हमारे कार्यक्रम शुरू करने से पहले ही पुलिस ने हमें हिरासत में ले लिया। हम ऐसी भाजपा सरकार की तानाशाही के खिलाफ अपना विरोध जारी रखेंगे, जिसे देखकर पूर्व के ब्रितानी शासन को भी शर्म आ जाए।’’

श्रीनगर में, जम्मू-कश्मीर प्रदेश कांग्रेस कमेटी (जेकेपीसीसी) के पूर्व अध्यक्ष गुलाम अहमद मीर के नेतृत्व में बड़ी संख्या में पार्टी कार्यकर्ताओं ने एमए रोड स्थित पार्टी मुख्यालय पर विरोध प्रदर्शन किया।

मीर ने संवाददाताओं से कहा कि न केवल कांग्रेस पार्टी, बल्कि सभी गैर-भाजपा धर्मनिरपेक्ष दल एक साथ आए हैं, और देश में ‘‘लोकतंत्र की मौत पर रो रहे हैं।’’

कांग्रेस की पंजाब और हरियाणा इकाइयों ने भी ‘संकल्प सत्याग्रह’ किया।

पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वडिंग ने पत्रकारों से बात करते हुए आरोप लगाया कि राहुल गांधी के खिलाफ कार्रवाई इसलिए की गई है, क्योंकि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार अडाणी मुद्दे पर संसद में उनके ‘‘अगले भाषण से डर’’ गई थी।

वडिंग ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार के इशारे पर राहुल गांधी को अयोग्य घोषित करने में लोकसभा सचिवालय ने जल्दबाजी दिखाई है।

हरियाणा प्रदेश कांग्रेस के प्रमुख उदय भान ने कहा कि राहुल गांधी विभिन्न मुद्दों पर भाजपा नीत केंद्र सरकार के खिलाफ आवाज उठाते रहे हैं। उन्होंने कहा, “वे उसकी आवाज को दबाना चाहते हैं, लेकिन वे भ्रम में हैं।”

पंजाब विधानसभा में विपक्ष के नेता प्रताप सिंह बाजवा ने कहा, ‘‘सभी लोकतांत्रिक ताकतों के एक साथ आने का समय आ गया है।’’

राजस्थान में सत्ताधारी कांग्रेस ने जयपुर के कलेक्ट्रेट सर्किल पर केंद्र सरकार के खिलाफ सत्याग्रह शुरू किया। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रमुख गोविंद सिंह डोटासरा, राज्य सरकार में मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास, महेश जोशी और भजन लाल जाटव समेत कई नेता सत्याग्रह में मौजूद हैं।

डोटासरा ने दावा किया कि आंदोलन केंद्र सरकार द्वारा विपक्ष की आवाज दबाने के खिलाफ है। उन्होंने कहा कि पार्टी नेता राहुल गांधी और कांग्रेस महात्मा गांधी के विचारों को मानने वाली पार्टी है और वे कभी नहीं डरेंगे।

अंडमान और निकोबार द्वीप समूह की कांग्रेस इकाई ने भी महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने प्रदर्शन किया। स्थानीय सांसद कुलदीप राय शर्मा, प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष रंगलाल हलदर और अंडमान और निकोबार प्रादेशिक कांग्रेस की अभियान समिति के अध्यक्ष टीएसजी भास्कर जैसे वरिष्ठ पार्टी नेता सुबह से यहां एबरडीन बाजार के पास प्रतिमा के सामने एकत्र हुए।

कांग्रेस पार्टी की झारखंड इकाई ने भी यहां एक दिवसीय ‘संकल्प सत्याग्रह’ किया। झारखंड के मंत्रियों-रामेश्वर उरांव और बन्ना गुप्ता सहित कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रांची के मोराबादी मैदान में बापू वाटिका में एकत्र हुए और दावा किया कि केंद्र सरकार अडाणी मामले पर आवाज उठाने के कारण गांधी से डरी हुई है।

 

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