पेट्रोनेट की 2028 तक मुनाफा तीन गुना करने के लिए 40,000 करोड़ रुपये के निवेश की योजना
बेतुल (गोवा), 09 फरवरी (ऐजेंसी/अशोका एक्स्प्रेस)। दुनिया के सबसे बड़े तरलीकृत प्राकृतिक गैस (एलएनजी) आयात टर्मिनल की संचालक पेट्रोनेट एलएनजी लिमिटेड 2028 तक शुद्ध लाभ को तीन गुना करने के लक्ष्य के साथ आयात क्षमता तथा पेट्रो रसायन के विस्तार में 40,000 करोड़ रुपये का निवेश करेगी।
कंपनी के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) ए. के. सिंह ने यहां भारत ऊर्जा सप्ताह (आईईडब्ल्यू) के मौके पर पत्रकारों से कहा कि पेट्रोनेट प्रोपेन डीहाइड्रोजनेशन संयंत्र में 12,685 करोड़ रुपये का निवेश करके पेट्रो रसासन व्यवसाय में प्रवेश कर रहा है, जो आयातित कच्चेमाल को प्रोपलीन में बदल देगा। साथ ही 2,300 करोड़ रुपये की लागत से ओडिशा के गोपालपुर में एलएनजी आयात सुविधा स्थापित करेगा।
इस सप्ताह कतर से प्रति वर्ष 75 लाख टन एलएनजी आयात करने के समझौते को 20 साल के लिए बढ़ाने वाली कंपनी श्रीलंका के कोलंबो में ‘फ्लोटिंग एलएनजी टर्मिनल’ जैसी विदेशी परियोजनाओं में भी निवेश करने पर विचार कर रही है।
उन्होंने कहा, ‘‘हमने 1-5-10-40 की रणनीति बनाई है। विस्तार में 40,000 करोड़ रुपये के निवेश से 10,000 करोड़ रुपये के शुद्ध लाभ के साथ पांच साल में कारोबार को एक लाख करोड़ रुपये तक बढ़ाने का लक्ष्य है।” यह रणनीति दो साल पहले शुरू हुई और 2027-28 तक की अवधि के लिए है।
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