श्रीलंका के खिलाफ टेस्ट में सिर्फ एक तेज गेंदबाज को मौका दे सकता है ऑस्ट्रेलिया : हेजलवुड
कोलंबो, 05 जून (ऐजेंसी/अशोक एक्सप्रेस)। ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज जोश हेजलवुड का मानना है कि उनकी टीम श्रीलंका के खिलाफ दो टेस्ट मैचों की सीरीज में सिर्फ एक तेज गेंदबाज के साथ उतर सकती है, क्योंकि यहां की पिचें स्पिनरों के लिए अनुकूल होगी। एरोन फिंच की अगुवाई वाली ऑस्ट्रेलियाई व्हाइट-बॉल टीम अपने दौरे की शुरुआत 7 जून से तीन मैचों की टी20 श्रृंखला के साथ करेगी, जिसके बाद पांच मैचों वनडे की श्रृंखला होगी और दौरे का समापन पैट कमिंस के साथ गॉल में टेस्ट (29 जून से 3 जुलाई और 8-12 जुलाई) से होगा।
टेस्ट कप्तान पैट कमिंस, मिचेल स्टार्क और जोश हेजलवुड की तेज तिकड़ी ने आमतौर पर एक साथ गेंदबाजी की है, लेकिन गॉल में पिच की स्पिन-अनुकूल प्रकृति को देखते हुए दो मैचों में से प्रत्येक के लिए सिर्फ एक तेज गेंदबाज को चुना जा सकता है। आखिरी बार ऑस्ट्रेलिया ने 2016 में श्रीलंका का दौरा किया था, मेजबान टीम ने तीन दिनों के भीतर 229 रनों से जीत दर्ज की, जिसमें केवल पांच ओवर ही तेज गेंदबाजों द्वारा की गई थी।
सिडनी मॉनिर्ंग हेराल्ड में रविवार को एक रिपोर्ट में कहा गया है कि उपमहाद्वीप की पिचों पर पाकिस्तान के खिलाफ तीन टेस्ट मैचों की श्रृंखला के बाद, हेजलवुड एक ऐसे दौरे के लिए तैयार हैं जहां कमिंस और ऑलराउंडर कैमरन ग्रीन एकमात्र तेज गेंदबाजी विकल्प हैं। कोलंबो की रिपोर्ट में हेजलवुड के हवाले से कहा गया, शायद मैं ही हूं जो थोड़ी धीमी गेंदबाजी करता हूं, जिससे विकेट पर रिवर्स स्विंग मिलने की संभावना होती है और हम यहां श्रीलंका में एक कम तेज के साथ भी उतर सकते हैं। हेजलवुड ने कहा कि जब उन्हें इस साल मार्च की शुरुआत में रावलपिंडी में पाकिस्तान के खिलाफ पहले टेस्ट के ड्रॉ के बाद मौका नहीं दिया गया, तो उन्हें आश्चर्य नहीं हुआ, क्योंकि विकेट में तेज गेंदबाजों के लिए कुछ भी नहीं था।
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