दिव्या अग्रवाल ने प्रतीक सहजपाल से लिया बदला, अक्षरा सिंह को चुकानी पड़ी कीमत
मुंबई, 10 अगस्त (ऐजेंसी/अशोक एक्सप्रेस)। ‘बिग बॉस ओटीटी’ की शुरुआत होते ही घर में लड़ाई-झगड़ों का सिलसिला भी शुरू हो गया है। प्रतीक सहजपाल घर के ‘ट्रबल मेकर’ साबित हो रहे हैं। दिव्या अग्रवाल से उनके झगड़े ने अब ‘दुश्मनी’ का रूप ले लिया है! पहले काम के बंटवारे और खाने को लेकर दिव्या और प्रतीक में किचन में खूब झगड़ा हुआ। बाद में शमिता शेट्टी भी इस लड़ाई में कूद पड़ीं। निशांत भट्ट से लेकर घर घरवाले भी इस लड़ाई में बीच-बचाव करते नजर आए। लेकिन दिव्या और प्रतीक के बीच कड़वाहट कम होती नहीं दिख रही है। दिव्या ने साफ कर दिया है कि वह अपने ‘दुश्मन’ को सपोर्ट नहीं कर सकती हैं और उन्होंने आखरिकार टास्क के दौरान प्रतीक से इसका बदला भी ले लिया है!
‘बिग बॉस ओटीटी’ 24 घंटे लाइव फीड में सोमवार शाम को घर का दूसरा टास्क करते नजर आए। यह टास्क फीमेल कंटेस्टेंट्स के कपड़ों को लेकर था। ‘बिग बॉस’ ने फीमेल कंटेस्टेंट्स को घर में एंट्री तो दे दी है, लेकिन उनके मेकअप और कपड़े जब्त कर लिए हैं। अब टास्क के जरिए इन सामानों को जीतने का मौका दिया गया। खास बात यह रही कि इस टास्क में लड़कियों को नहीं, बल्क िउनके कनेक्शंस को हिस्सा लेना था। हर मेल कनेक्शन को अपनी पीठ पर फीमेल कनेक्शन के डॉल को टांगकर रखना था। बैठने की इजाजत नहीं थी, गार्डन एरिया में चलते रहना था। बजर बजने पर सामने बने 5 कैंडी शॉप काउंटर में सबसे पहले पहुंचना था। हर राउंड में जो पहुंचने में नाकाम होगा, वह गेम से बाहर हो जाएगा। साथ ही हर राउंड के बाद काउंटर भी बंद होते जाएंगे।
दिव्या अग्रवाल को ‘बिग बॉस’ ने इस टास्क का संचालक बनाया। बजर बजते ही टास्क की शुरुआत हुई। प्रतीक की पीठ पर उनकी कनेक्शन अक्षरा सिंह की गुड़यिा थी। गार्डन एरिया में काउंटर के आगे एक रेड लाइन भी थी, जिसे बजर बजने से पहले और चहलकदमी करते वक्त क्रॉस करने की मनाही थी। प्रतीक ने गलती की। वह उस लाइन को क्रॉस कर गए। दिव्या ने मौका पाते ही प्रतीक को टास्क से बाहर कर दिया। लेकिन प्रतीक मानने को तैयार नहीं हुए। उन्होंने कहा कि दिव्या संचालक हैं, उन्हें किसी को टास्क से बाहर करने का अधकिार नहीं है। काफी देर तक दोनों में इस बात को लेकर खूब बहस हुई। अक्षरा रूल बुक लेकर आईं। प्रतीक को समझाया, लेकिन वह मानने को तैयार नहीं थे।
प्रतीक के बाहर होने का मतलब है, अक्षरा का सामान नहीं आएगा। बावजूद इसके अक्षरा ने दिव्या और प्रतीक के झगड़े को शांत करवाते हुए कहा कि अब दोनों को इसे खत्म करना चाहिए। मूज जट्टाना भी प्रतीक को समझाती नजर आईं। प्रतीक बार-बार यह कहते नजर आए कि दिव्या ने जानबूझकर उन्हें बाहर किया है। काफी समय की बहस के बाद दिव्या ने भी कहा कि वह इस टास्क की संचालक हैं और यह सच है कि वह प्रतीक की बस एक गलती का इंतजार कर रही थीं। दिव्या ने कहा, ‘मैं ठोक के यह बात कहती हूं कि मैं इसकी बस एक गलती का इंतजार कर रही थी।’
बहरहाल, दिव्या और प्रतीक की लड़ाई को देखते ही घर के अंदर दो खेमे बंट गए हैं। यही नहीं, सोशल मीडिया पर भी दोनों की ‘दुश्मनी’ पर खूब चर्चा हो रही है। कुछ लोग दिव्या को सपोर्ट कर रहे हैं, जबकि कुछ प्रतीक को। इसमें कोई दोराय नहीं कि दिव्या पॉप्युलैरिटी में प्रतीक से आगे है, लिहाजा उनको सपोर्ट करने वाले ज्यादा हैं।
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