Home देश-दुनिया 15 मार्च को होगी बीजेपी संसदीय दल की बैठक, पार्टी ने सभी सांसदों से मीटिंग में उपस्थित रहने का द‍िया न‍िर्देश

15 मार्च को होगी बीजेपी संसदीय दल की बैठक, पार्टी ने सभी सांसदों से मीटिंग में उपस्थित रहने का द‍िया न‍िर्देश

नई दिल्ली, 14 मार्च (ऐजेंसी/अशोक एक्सप्रेस)। बीजेपी संसदीय दल की बैठक 15 मार्च को होगी. पार्टी ने अपने सभी लोकसभा और राज्यसभा सांसदों से बैठक में उपस्थित रहने को कहा है. बीजेपी इसमें पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों में पार्टी के प्रदर्शन की समीक्षा करेगी. पिछली ऐसी बैठक 21 दिसंबर को हुई थी, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शामिल हुए थे, तब उन्होंने संसद में सांसदों की उपस्थिति पर चिंता व्यक्त की थी और आगाह किया था कि जब तक वे खुद को बदल नहीं लेते, तब तक बदलाव नहीं हो सकता है.

कुछ ही दिन पहले पांच राज्यों उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, गोवा और मणिपुर में हुए विधानसभा चुनाव के परिणाम आए हैं. इनमें भाजपा ने चार राज्यों में जीत दर्ज की है, वहीं पंजाब में आम आदमी पार्टी को जबरदस्तव सफलता मिली है. उत्तर प्रदेश में 37 साल बाद सरकार रिपीट हुई है. इससे पहले आखिरी बार 1985 में कांग्रेस ने सत्ता में दोबारा वापसी की थी. तब कांग्रेस को 425 में से 269 सीटें मिली थीं. उस समय यूपी विधानसभा में 425 सीटें हुआ करती थीं. उसके बाद अब जाकर इस साल फिर से सरकार र‍िपीट हुई है. बीजेपी ने 2017 के चुनावों में भी 325 सीटों के साथ पूर्ण बहुमत की सरकार बनाई थी.

रव‍िवार को हुई कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक
कांग्रेस ने रव‍िवार को कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक (सीडब्लूसी) आयोजि‍त की. इसमें कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा कि वह पार्टी के हित में ‘किसी भी त्याग’ के लिए तैयार हैं जिसके बाद सीडब्ल्यूसी में शामिल नेताओं ने उनके नेतृत्व में भरोसा जताते हुए उनसे आग्रह किया कि संगठनात्मक चुनाव संपन्न होने तक वह पद पर बनी रहें. सीडब्ल्यूसी में शामिल नेताओं ने सोनिया गांधी से यह भी कहा कि वह कांग्रेस को मजबूत बनाने के लिए जरूरी बदलाव करें और सुधारात्मक कदम उठाएं.

साढ़े चार घंटे तक चली सीडब्लूसी की मीटिंग
सोनिया गांधी की अध्यक्षता में करीब साढ़े चार घंटे तक हुई सीडब्ल्यूसी की बैठक में यह फैसला भी किया गया कि संसद का बजट सत्र संपन्न होने के तत्काल बाद एक ‘चिंतन शिविर’ का आयोजन किया जाएगा, जिसमें आगे की रणनीति तय की जाएगी. राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपने प्रदेश में ‘चिंतन शिविर’ का आयोजन करने का प्रस्ताव दिया. ‘चिंतन शिविर’ से पहले सीडब्ल्यूसी की एक और बैठक होगी. बैठक के बाद सीडब्ल्यूसी के कई नेताओं ने बताया कि सोनिया गांधी ने सीडब्ल्यूसी की बैठक में कहा कि वह कांग्रेस कार्यकर्ताओं की इच्छा के अनुरूप पार्टी के हित में ‘किसी भी त्याग’ के लिए तैयार हैं.’

 

 

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