अमेरिकी संसद परिसर में दंगे से पहले ट्रंप के ट्वीट को लेकर ट्विटर के कर्मचारी ने किया था आगाह
वाशिंगटन, 13 जुलाई (ऐजेंसी/सक्षम भारत)। अमेरिकी संसद परिसर (कैपिटल) में हुए दंगे की जांच कर रही संसद की समिति को ट्विटर के एक कर्मचारी ने बताया है कि वह पांच जनवरी 2021 की रात को सो नहीं पाया था क्योंकि उसे अगले दिन होने वाली रैली के दौरान लोगों के मारे जाने की आशंका थी।
तत्कालीन राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया खातों के जरिये उक्त रैली के बारे में लोगों को लगातार प्रोत्साहित कर रहे थे। ट्विटर के कर्मचारी की आशंका अगले दिन छह जनवरी को सही साबित हुई जब ट्रंप के समर्थकों ने संसद परिसर पर हमला बोला और दंगे हुए जिसमें नौ लोगों की जान चली गई।
समिति ने मंगलवार को अपनी सार्वजनिक सुनवाई के दौरान खुलासा किया कि कर्मचारी ने ट्रंप के ट्वीट को लेकर अपने नियोक्ता के सामने बार-बार चिंता जाहिर की थी। पहले से रिकॉर्ड किये गए साक्षात्कार में कर्मचारी ने यह कहा। उसकी पहचान को गुप्त रखने के लिए नाम का खुलासा नहीं किया गया।
कर्मचारी के बयान में यह नहीं बताया कि उसने ट्रंप के ट्वीट के बारे में किससे अपनी चिंता जाहिर की थी। उसने कहा कि ट्रंप द्वारा अमेरिकी चुनाव के नतीजों के विरोध में 19 दिसंबर को, अपने समर्थकों को वाशिंगटन में एकत्र होने का आमंत्रण देने के बाद हिंसक धमकी समेत कई तरह की प्रतिक्रियाओं की बाढ़ आ गई थी। कर्मचारी ने कहा, “ऐसा लग रहा था कि हथियारों के साथ भीड़ एकत्र होने वाली है और वे लड़ने को तैयार हो सकते हैं।”
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