अडानी की कंपनियों में मोदी का पैसा?
-सनत जैन-
-: ऐजेंसी/अशोका एक्स्प्रेस :-
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली विधानसभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बारे में सनसनीखेज आरोप लगाए हैं! इस तरह के आरोप आज तक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर लगाने की हिम्मत अन्य किसी की नहीं हुई! केजरीवाल ने दिल्ली विधानसभा के अंदर भाजपा के एक वरिष्ठ नेता का उल्लेख करते हुए, कहा कि अडानी की कंपनी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पैसा लगा हुआ है! गौतम अडानी केवल फंड मैनेजर हैं! उन्हें 10 से 20 फ़ीसदी का कमीशन मिलता है! केजरीवाल ने सदन में यह भी कहा कि इजराइल, बांग्लादेश, श्रीलंका इत्यादि देशों में जो ठेके अडानी की कंपनी को मिले हैं! वह एक तरह से मोदी की कंपनी को मिले हैं।
अरविंद केजरीवाल ने सदन के अंदर बोलते हुए कहा, कि अडानी की कंपनियों में यदि अडानी का पैसा लगा होता। तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कभी इस तरीके से अडानी का बचाव नहीं करते। जैसा बचाव वह गौतम अडानी का कर रहे हैं। भारतीय बैंकों एलआईसी और प्रोविडेंट फंड का पैसा कभी अडानी की कंपनियों में नहीं लगाते। केजरीवाल ने भाजपा के बड़े नेता का जिक्र करते (उनका नाम नहीं बताया) हुए कहा, कि मोदी जी कभी किसी की मदद नहीं करते हैं। उन्होंने अपनी पत्नी को छोड़ दिया। भाइयों को छोड़ दिया। वह किसके लिए भ्रष्टाचार करेंगे। यह एक मिथक फैलाया गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी राजनीतिक महत्वाकांक्षा और सत्ता को सबसे ऊपर रखते हैं। केजरीवाल ने कहा सबसे बड़े पूंजीपतियों की सूची में अडानी तीसरे नंबर पर नहीं पहुंचे थे। बल्कि मोदी दुनिया के तीसरे नंबर के अमीर बन गए थे। वह पहले नंबर की दौड़ में जाने के लिए लगे हुए थे। केजरीवाल ने यह भी कह दिया टाटा बिड़ला और अंबानी को पैसे की कोई कमी नहीं है। लेकिन दुनिया का सबसे बड़ा धनवान बनना सभी का शगल होता है। मोदी जी का भी यही शगल है।
केजरीवाल यहीं नहीं रुके, उन्होंने कहा मोदी जी के पैसे कमाने के तरीके को समझो। भारत के सभी पावर प्लांट को 10 फ़ीसदी विदेशी कोयला लेने के लिए कहा गया। जो भारत के कोयले से 10 गुना ज्यादा महंगा है। एयरपोर्ट, कोल खदाने, पोर्ट, सभी किस्म की सरकारी संपत्तियों और ठेके इत्यादि का एकाधिकार अडानी की कंपनियों को देकर, दोनों हाथों से मोदी, देश को लूट रहे हैं। उन्होंने कहा 65 सालों में भारत ने 55 लाख करोड़ रुपए का विदेशी ऋण लिया था। प्रधानमंत्री मोदी ने 7 साल में 85 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा का विदेशी कर्ज ले लिया। कांग्रेस और अन्य सरकारों ने 65 साल में जो लूट नहीं की। वह 7 सालों में प्रधानमंत्री मोदी ने देश में की है। अडानी का दिमाग है,पैसा मोदी का है। इसलिए वह अपने आप को बचाने के लिए अडानी को बचा रहे हैं।
बहरहाल जिस तरीके से अरविंद केजरीवाल ने सदन के अंदर प्रधानमंत्री के ऊपर जो आरोप लगाए हैं। वह बहुत गंभीर हैं। अरविंद केजरीवाल राजनीति में आने के पूर्व भारत सरकार के आईआरएस अधिकारी थे। उन्हें नियम और कानून की जानकारी है। टेक्स बचाने और हवाला कारोबार के लिए किस तरह का गोलमाल होता है। इसकी उन्हें जानकारी है। हिंडनबर्ग की रिपोर्ट आने के बार जिस तरह से अडानी के हवाला कारोबार प्रमाणिक तरीके से उजागर हुआ है। उसके बाद राजनीति में आए केजरीवाल ने दिल्ली विधानसभा के सदन में प्रधानमंत्री मोदी द्वारा विपक्ष की जेपीसी मांग नहीं मानने पर उन्होंने शक की सुई प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की ओर मोड़ दी है। जिस तरह केजरीवाल 56 इंच के सीने का 56 इंच के सीने से आरोप लगाया है। उसने भारतीय राजनीति में बड़ा तूफान आने का संकेत दे दिया है। सदन के अंदर लगाए गए आरोप पर मानहानि का मुकदमा भी केजरीवाल पर नहीं चल सकता है। अपराधिक प्रकरण भी केजरीवाल पर दायर नहीं हो सकता है। अब देखना यह है,कि केजरीवाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ऊपर आरोप लगाकर जो जोखिम लिया है। उसकी परिणति किस रूप में होगी।
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