Home अंतरराष्ट्रीय अमेरिकी जासूसी ड्रोन ने सात देशों के ऊपर से उड़ान भरी, रूसी सीमा के करीब पहुंचा

अमेरिकी जासूसी ड्रोन ने सात देशों के ऊपर से उड़ान भरी, रूसी सीमा के करीब पहुंचा

वारसॉ, 24 दिसंबर (ऐजेंसी/अशोका एक्स्प्रेस)। एक अमरीकी टोही ड्रोन ग्लोबल हॉक ने सोमवार को सात देशों के ऊपर से उड़ान भरी और रूस की सीमा के करीब पहुंच गया। पोलैंड के प्रसारक आरएमएफ एफएम ने यह जानकारी दी। इसी तरह के ड्रोन ने रूसी क्षेत्र पर बड़े पैमाने पर हमलों से पहले बार-बार टोह ली है। इन हमलों में एटीएसीएमएस जैसी पश्चिमी निर्मित लंबी दूरी की मिसाइलों का उपयोग भी किया गया था।

रेडियो ने बताया कि जासूसी ड्रोन ने सिसिली के सिगोनेला सैन्य अड्डे से उड़ान भरने के बाद पोलैंड और लिथुआनिया के ऊपर उड़ान भरी। इसका मिशन 17 घंटे से अधिक समय तक चला। ब्रॉडकास्टर के मुताबिक सिसिली से उड़ान भरने के बाद ड्रोन ने यूनान और बुल्गारिया के ऊपर से भी उड़ान भरी। रोमानिया के ऊपर से होते हुए यह हंगरी की ओर मुड़ गया, फिर स्लोवाकिया के ऊपर से उड़ान भरी। रेडियो स्टेशन के अनुसार ड्रोन लगभग उसी रास्ते से इतालवी बेस पर लौट आया और ट्राइसिटी (डांस्क, गिडेनिया और सोपोट का समूह) की ओर जाने वाली सडक़ की ओर मुड़ गया।

गौरतलब है कि ग्लोबल हॉक सबसे बड़े टोही मानव रहित हवाई वाहनों में से एक है, जो डेटा एकत्र करता है और इसे वास्तविक समय में प्रसारित करता है। जैसा कि जुलाई में रिपोर्ट किया गया था कि ग्लोबल हॉक ड्रोन का इस्तेमाल सेवस्तोपोल पर आतंकवादी मिसाइल हमले के लिए किया गया था और इसने लारिसा स्थित अमरीकी वायु सेना अड्डे से उड़ान भरी थी। क्लस्टर वॉरहेड से लैस पांच अमरीकी ऑपरेशनल-टेक्टिकल मिसाइलों एटीएसीएमएस ने सेवस्तोपोल पर 23 जून को मॉस्को के समयानुसार सवा 12 बजे हमला किया था। इस दौरान रूसी वायु रक्षा प्रणाली ने चार मिसाइलों को रास्ते में ही मार गिराया। पांचवीं अमेरिकी मिसाइल वारहेड के के हवा में विस्फोट से सेवस्तोपोल में कई नागरिक हताहत हुए। यह हमला सेवस्तोपोल समुद्र तट पर हुआ था, जिससे 153 लोग घायल हुए तथा दो बच्चों समेत चार लोगों की मौत हो गई।

 

 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Check Also

नए साल के स्वागत में शिमला में पर्यटकों की संख्या में इजाफा

-बर्फबारी का मजा लेने के ‎लिए शहर के होटल और रिसॉर्ट्स में बु‎किंग हुई शिमला, 31 दिसंबर (ऐ…