Home देश-दुनिया कांग्रेस कार्य समिति करेगी ‘आंबेडकर के अपमान’ पर चर्चा, गृह मंत्री के इस्तीफे की मांग जारी रखेगी

कांग्रेस कार्य समिति करेगी ‘आंबेडकर के अपमान’ पर चर्चा, गृह मंत्री के इस्तीफे की मांग जारी रखेगी

नई दिल्ली, 24 दिसंबर (ऐजेंसी/अशोका एक्स्प्रेस)। कांग्रेस की शीर्ष नीति निर्धारण इकाई कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) की 26 दिसंबर को होने वाली बैठक में महात्मा गांधी के पार्टी अध्यक्ष बनने के 100 साल पूरे होने का उत्सव मनाने के साथ ही गृह मंत्री अमित शाह द्वारा बाबासाहेब आंबेडकर का कथित तौर पर अपमान किए जाने के मुद्दे को भी जोर-शोर से उठाया जाएगा तथा शाह के इस्तीफे व माफी की मांग पर जोर देने का सिलसिला जारी रहेगा।

मुख्य विपक्षी दल का कहना है कि देश यह सवाल लगातार पूछ रहा है कि शाह माफी मांगेंगे या इस्तीफा देंगे?

कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने संवाददाताओं से बातचीत में यह भी कहा कि पार्टी शाह की माफी और इस्तीफे की मांग पर जोर देना जारी रखेगी तथा इस पर कार्य समिति की बैठक में विस्तृत चर्चा होगी।

उन्होंने यह दावा भी किया कि आंबेडकर के मुद्दे पर भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों का संवाददाता सम्मेलन करना सिर्फ ध्यान भटकाने का प्रयास है।

कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और भाजपा का एकमात्र मकसद संविधान को खत्म करना है।

उन्होंने कहा कि कांग्रेस संविधान को खत्म करने के किसी भी प्रयास को सफल नहीं होने देगी।

पार्टी ने कर्नाटक के बेलगावी में 26 दिसंबर को होने वाली अपनी कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) की बैठक को ‘नव सत्याग्रह बैठक’ नाम दिया है तथा पार्टी 27 दिसंबर को ‘जय बापू, जय भीम, जय संविधान’ रैली का आयोजन करेगी।

वेणुगोपाल ने कहा कि कांग्रेस कार्य समिति अगले साल के कार्यक्रमों पर चर्चा करेगी।

इस विस्तारित कार्य समिति की बैठक कांग्रेस के बेलगावी अधिवेशन के 100 साल पूरे होने के मौके पर हो रही है। उस अधिवेशन में महात्मा गांधी को कांग्रेस अध्यक्ष चुना गया था।

वेणुगोपाल ने कहा, ‘‘भाजपा और मोदी सरकार ने सिर्फ आंबेडकर का अपमान नहीं किया, बल्कि संविधान के मूल्यों को पूरी तरह खारिज किया। हम जमीनी स्तर पर लोगों की स्वाभाविक प्रतिक्रिया को देख रहे हैं। देश उम्मीद कर रहा था कि गृह मंत्री माफी मांगेंगे। लेकिन भाजपा रोज आंबेडकर जी की विरासत को खत्म करने, संविधान के मूल्यों को कमजोर करने और लोकतंत्रिक सिद्धांतों पर अंकुश लगाने का प्रयास कर रही है।’’

उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा कि भाजपा को शाह का इस्तीफा मांगना चाहिए।

रमेश ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री ने जब पहली बार पुराने संसद भवन में प्रवेश किया था, तो वहां नमन किया था। इसके बाद पुराना संसद खत्म किया और नया संसद बनाया। इसी तरह उन्होंने संविधान को माथे से लगाया और इसका नतीजा क्या होगा?’’

वेणुगोपाल ने कार्य समिति की बैठक के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि इस बैठक में करीब 200 नेता शामिल होंगे।

वेणुगोपाल के अनुसार, 26 दिसंबर को ढाई बजे ‘नव सत्याग्रह बैठक’ शुरू होगी, जिसमें दो प्रस्तावों पर चर्चा की जाएगी।

कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने बताया कि ‘जय बापू, जय भीम, जय संविधान रैली’ का आयोजन 27 दिसंबर को किया जाएगा।

गृह मंत्री अमित शाह की बाबासाहेब भीमराव आंबेडकर से संबंधित टिप्पणी की पृष्ठभूमि में इस रैली का नाम ‘जय बापू, जय भीम, जय संविधान’ दिया गया है।

कांग्रेस शाह की टिप्पणी के खिलाफ इन दिनों कई कार्यक्रमों का आयोजन कर रही है। वह इस सप्ताह को ‘‘आंबेडकर सम्मान सप्ताह’’ के रूप में मना रही है।

 

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