महिला विश्वकप विजय पर राहुल गांधी का बड़ा बयान : कहा— अब निडर होकर सपने देख सकेंगी देश की बेटियां
नई दिल्ली, 03 नवंबर (ऐजेंसी/अशोका एक्स्प्रेस)। भारतीय महिला क्रिकेट टीम की पहली विश्वकप जीत पर पूरे देश में उत्सव का माहौल है। इस ऐतिहासिक उपलब्धि पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी ने रविवार को टीम को बधाई देते हुए कहा कि खिलाड़ियों के साहस, धैर्य और शालीनता ने न केवल देश का गौरव बढ़ाया है, बल्कि देशभर की अनगिनत लड़कियों को निडर होकर अपने सपनों का पीछा करने की प्रेरणा दी है।
राहुल गांधी ने सामाजिक मंच ‘एक्स’ पर अपने संदेश में लिखा, “यह गर्व का क्षण है! हमारी महिला खिलाड़ियों ने इतिहास रच दिया है और करोड़ों भारतीयों के दिल जीत लिए हैं। आपके साहस, धैर्य और शालीनता ने भारत को गौरवान्वित किया है और देश की अनगिनत बेटियों को निडर होकर सपने देखने की प्रेरणा दी है।”
उन्होंने कहा कि इस जीत ने यह साबित कर दिया है कि भारतीय महिलाएं हर क्षेत्र में उत्कृष्टता की मिसाल बन रही हैं। “यह जीत केवल एक खेल की विजय नहीं है, बल्कि यह भारत की नारी शक्ति, अनुशासन और अटूट जज़्बे की जीत है,” राहुल गांधी ने अपने संदेश में कहा।
हरमनप्रीत कौर की अगुवाई में भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने रविवार को इतिहास रचते हुए आईसीसी महिला एकदिवसीय विश्वकप 2025 के फाइनल में दक्षिण अफ्रीका को 52 रन से पराजित किया। यह भारत की महिला क्रिकेट टीम का पहला विश्वकप खिताब है, जिसने पूरे देश में जश्न का माहौल बना दिया है।
फाइनल मुकाबले में भारतीय टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए सधी हुई पारी खेली और मजबूत लक्ष्य खड़ा किया। इसके जवाब में दक्षिण अफ्रीका की टीम निर्धारित ओवरों में 52 रन से पीछे रह गई। टीम की कप्तान हरमनप्रीत कौर, ओपनर स्मृति मंधाना और गेंदबाज रेनुका सिंह के शानदार प्रदर्शन की पूरे देश में सराहना हो रही है।
राहुल गांधी के अलावा कई राजनीतिक दलों के नेताओं, खिलाड़ियों और हस्तियों ने भी इस जीत पर बधाई दी। कांग्रेस नेता ने कहा कि इस जीत से न केवल खेल जगत, बल्कि देश की नई पीढ़ी में भी आत्मविश्वास का संचार हुआ है।
उन्होंने कहा, “भारत की बेटियां अब निडर होकर बड़े सपने देख सकेंगी, क्योंकि उन्होंने देख लिया है कि परिश्रम, साहस और विश्वास से कोई भी सपना असंभव नहीं होता।”
महिला विश्वकप 2025 में टीम इंडिया की यह ऐतिहासिक जीत न केवल क्रिकेट इतिहास में सुनहरे अक्षरों में दर्ज हुई है, बल्कि यह उस आत्मबल और दृढ़ संकल्प की मिसाल है, जो भारत की महिलाएं आज हर क्षेत्र में प्रदर्शित कर रही हैं।
प्रेस क्लब ऑफ़ इंडिया में मनाया गया विजय शंकर चतुर्वेदी का जंमदिवस
-: अशोका एक्स्प्रेस :- नई दिल्ली (आकाश शक्य )एक्रेडिटेड जर्नलिस्ट्स एसोसिएशन के अध्यक्ष एव…








