Home लेख शक के घेरे में संघ प्रचारक
लेख - July 19, 2021

शक के घेरे में संघ प्रचारक

-रमेश सर्राफ धमोरा-

-: ऐजेंसी अशोक एक्सप्रेस :-

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के बड़े प्रचारक भी अब शक के घेरे में आने लगे हैं। राजस्थान मे संघ के क्षेत्रीय प्रचारक निंबाराम पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे हैं। इससे ईमानदारी के लिए विख्यात राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की छवि दागदार हुई है। राजनीतिक प्रेक्षक इसे भाजपा की अंदरूनी लड़ाई का नतीजा बता रहे हैं। जयपुर में गत दिनों एक वीडियो वायरल हुआ था जिसमें जयपुर शहर में सफाई करने वाली पुणे की बीवीजी कंपनी के प्रतिनिधि ओमकार सप्रे, जयपुर की निलंबित मेयर सौम्या गुर्जर के पति राजाराम गुर्जर व संघ के क्षेत्रीय प्रचारक निंबाराम बैठे दिखाई दे रहे हैं। जिसमें सफाई करने वाली बीवीजी कंपनी के प्रतिनिधि से राजाराम गुर्जर निगम में बकाया 276 करोड रुपए के भुगतान करवाने की एवज में बीस करोड़ रूपयों की मांग करते हुए दिख रहे हैं। सीडी में संघ प्रचारक निंबाराम की मौजूदगी ने मामले को हाई प्रोफाइल बना दिया है।
सीडी वायरल होने के बाद भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने सीडी में बैठे दिखाई दे रहे सभी लोगों के खिलाफ भ्रष्टाचार की रिपोर्ट दर्ज कर जांच प्रारंभ कर दी है। इस प्रकरण में एसीबी ने अभी तक निलंबित मेयर सौम्या गुर्जर के पति राजाराम गुर्जर व बीवीजी कंपनी के प्रतिनिधि ओमकार सप्रे को गिरफ्तार कर लिया है। जबकि बीवीजी कंपनी के एक अन्य प्रतिनिधि संदीप चैधरी अभी फरार चल रहा है। इस सीडी को संदीप चैधरी द्वारा ही बनाया गया बताया जा रहा है।
संदीप चैधरी झुंझुनू जिले का रहने वाला है। उसके भाजपा के कई बड़े नेताओं से नजदीकी सम्बंध रहें है। पिछली वसुंधरा राजे सरकार में संदीप चैधरी को एक वैद्यानिक सरकारी संस्था में सदस्य बनाया गया था। चर्चा है कि उसकी पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे तक सीधी पहुंच थी। भाजपा के एक बड़े नेता की सिफारिश पर संदीप चैधरी को अप्रैल महीने में ही बीवीजी कंपनी में बड़े पद पर नियुक्त किया गया था। वायरल सीडी में मौजूद तीन लोगों के अलावा वहां चैथा शख्स संदीप चैधरी ही मौजूद था जो सीडी में दिखाई नहीं दे रहा है। इसलिये सीडी बनाने का शक संदीप चैधरी पर ही जा रहा है।
रिश्वत केस में गिरफ्तार राजाराम गुर्जर और ओमकार सप्रे ने रिमांड के दौरान पूछताछ में बताया कि वायरल हुआ वीडियो जयपुर के सहकार मार्ग स्थित सेवा सदन भवन में बनाया गया था। एसीबी ने दोनों आरोपियों से उस कमरे की पहचान करवा ली है। सेवा सदन भवन के एक कमरे में 20 अप्रेल को राजाराम गुर्जर, ओमकार सप्रे, संदीप चैधरी की निंबाराम से मुलाकात हुई थी।
बीवीजी कंपनी के प्रतिनिधि ने संदीप ने बातचीत का वीडियो रिकॉर्ड किया था। जिसमें कंपनी को 276 करोड़ के भुगतान करवाने बाबत 20 करोड़ के लेनदेन की बातचीत हुई थी। मामले में अभी निम्बाराम और संदीप चैधरी से पूछताछ नहीं हो सकी है। संदीप जल्द ही एसीबी की पकड़ में आ जायेगा। वीडियो बनाकर वायरल करने में उसकी अहम भूमिका बताई जा रही है। ऐसे में संदीप से पूछताछ के बाद और भी कई बड़े खुलासे होने की संभावना है। सूत्रों के अनुसार संदीप चैधरी को बीवीजी कंपनी ने अप्रेल माह में ही काम पर रखा था। लेकिन वीडियो वायरल होने के बाद उसे कंपनी ने हटा दिया था।
संध के बड़े पदाधिकारी पर आरोप लगने से प्रदेश में सत्तारूढ़ कांग्रेस पार्टी ने संघ और भाजपा के खिलाफ देश व्यापी मोर्चा खोल दिया है। कांग्रेस ने इस मामले में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत से पूछा है कि वे इस मामले में पहल कर क्या निम्बाराम को हटाएंगे। कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने प्रेस ब्रीफिंग करते हुए कहा कि इस प्रकरण में जो एफआईआर दर्ज हुई है। उसमें साफ है कि वीडियो में भ्रष्टाचार के सबूत है। जिसमे भारतमाता की तस्वीर के नीचे लेनदेन की खुली बात हुई है।
उन्होंने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री आवास में भी इस कंपनी को जो काम मिला हुआ है उसमें भी कुछ लेना देना है क्या? उन्होंने ये भी आरोप लगाया कि देशभर में संघ और भाजपा के जिलों में जो कार्यालय बन रहे है। वे क्या इसी तरह में चंदे की देन है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने भी कहा कि दोषी को जेल जाना होगा।
सीडी कांड भाजपा की अंदरूनी कलह की देन थी। मेयर सौम्या गुर्जर के खिलाफ जिस रात निलम्बन की कार्रवाई की गई उसी रात्रि में इसी सीडी को जारी कर यह साबित करने की कोशिश की गई थी कि सौम्या गुर्जर के पति राजाराम किस तरह दलाली में लगे हुए हैं। इस मामले में उनका इरादा सौम्या के बहाने प्रदेश नेतृत्व को भी लपेटना था कि किस तरह से प्रदेश अध्यक्ष पद पर गलत चयन किया गया है। इस खेल में उन्हें काफी हद तक सफलता भी मिल गई। सौम्या के स्थान पर वसुंधरा राजे गुट की शील धाबाई महापौर बन गयी।
सीडी को लेकर ऐसा खेला हो जाएगा यह जयपुर ग्रेटर की मेयर सौम्या गुर्जर को नापने और उसके बहाने भाजपा प्रदेश नेतृत्व को लपेटने के चक्कर में सीडी बाजार में लेकर आने वालों ने भी नहीं सोचा होगा। उन्हें तो ये भी पता नहीं था कि सीडी उन्हीं के लिए जी का जंजाल बन जाएगी। उन्हें यह भी अंदाज नहीं था कि इस सीडी के आने से संध के क्षेत्र प्रचारक निम्बाराम भी नप जाएंगे। यह खेला भाजपा के उन नेताओं पर ही भारी पड़ गया जो इसके मुख्य सूत्रधार थे। अब वे भी बचाव में वैसा ही राग अलाप रहे है जो पार्टी के अन्य नेता बोल रहे हैं। निम्बाराम की गिरफ्तारी हुई तो भाजपा में न केवल भूचाल आ जाएगा। बल्कि इस प्रकरण में कई बड़े नामी नेता भी निपट जायेगें।
संध के क्षेत्रीय प्रचारक निम्बाराम के बचाव में संध उतर चुका है। संघ के क्षेत्र कार्यवाह हनुमानसिंह राठौड़ ने एक वीडियों जारी किया है। जिसमें कहा गया है कि बीवीजी के प्रतिनिधि निम्बाराम के पास उदयपुर में स्थित प्रताप गौरव केन्द्र के लिये अपने सीएसआर फंड से सहयोग करने का प्रस्ताव लेकर आए थे। निम्बाराम ने उनसे आग्रह किया था कि वे पहले केंद्र का दौरा कर ले और वहां की आवश्यकता को देखें की और क्या किया जा सकता है। कंपनी के प्रतिनिधियों ने दौरे की तिथि तय की थी लेकिन वहां पर गए ही नही। अतः सीएसआर फंड से किसी राशि या अन्य किसी भी रूप में सहायता का सवाल ही नहीं उठता है।
राठौड़ ने कहा कि 20 अप्रेल को निम्बाराम से कंपनी के प्रतिनिधियों की बातचीत सामान्य शिष्टाचार के नाते हुई थी। उनकी सामान्य शिष्टाचार भेंट को राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ में उनकी भूमिका से जोडना निदंनीय है। राजनीतिक कारणों से इस भेंट के अन्य अर्थ लगाए जा रहे है जो तथ्यों से विपरित है और सिर्फ सनसनी फैलाने के उद्देश्य से ये सब किया जा रहा हैं। कानून की पालना करने वाले निम्बाराम हर प्रकार की जांच में सहयोग करने को तैयार है। जब इसमें लेनदेन हुआ ही नहीं तो भ्रष्टाचार का आरोप लगाना समाज में किसी प्रतिष्ठित व्यक्ति के चरित्र हनन के समान हैं।
इस वक्त प्रदेश में भाजपा की स्थिति कुछ अच्छी नहीं है। खेमों में बंटी भाजपा विपक्ष की भूमिका भी नहीं निभा पा रही है। नेता एक दूसरे को नीचा दिखने में लगे हुए है। भाजपा के केन्द्रीय नेतृत्व द्धारा यदि समय रहते प्रदेश में पार्टी के नेताओं में चल रही आपसी कलह पर काबू नहीं पाया गया तो उसका बड़ा खामियाजा पार्टी को आगे भुगतना पड़ सकता है।

Leave a Reply

Your email address will not be published.

Check Also

यूक्रेन के ड्रोन हमले से रूस के ईंधन टर्मिनल पर लगी आग

मॉस्को, 24 अप्रैल (ऐजेंसी/अशोका एक्स्प्रेस)। रूस के स्मोलेंस्क क्षेत्र में यूक्रेनी सशस्त्…