यात्रा के लिए टीका प्रमाणन में ष्न्यूनतम मानदंडष् पूरे होने चाहिए रू ब्रिटेन
लंदनए 23 सितंबर (ऐजेंसी/अशोक एक्सप्रेस)। ब्रिटेन सरकार ने सभी देशों से कोविड.19 टीका प्रमाणन के श्न्यूनतम मानदंडश् पूरे करने को महत्वपूर्ण बताते हुए कहा है कि वह अपने अंतरराष्ट्रीय यात्रा नियमों को लेकर भारत के साथ श्चरणबद्ध दृष्टिकोणश् पर काम कर रही है।
यह बयान ऑक्सफोर्डध् एस्ट्राजेनेका केए सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया द्वारा निर्मित कोविशील्ड टीके को बुधवार को ब्रिटेन के विस्तारित यात्रा परामर्श में स्वीकार किए जाने के बाद आया है।
बहरहालए भारत का टीका प्रमाणन 18 स्वीकृत देशों की सूची में शामिल नहीं होने की वजह सेए ब्रिटेन आने वाले भारतीय यात्रियों के टीकाकरण को स्वीकार नहीं किया जाएगा और इसीलिए उन्हें आगमन के बाद 10 दिनों तक पृथक.वास में रहने की अनिवार्यता को पूरा करना होगा। ब्रिटेन के नए अद्यतन यात्रा परामर्श से पृथकवास नियमों को लेकर कुछ भ्रम फैलाए खासकरए सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया द्वारा निर्मित कोविशील्ड टीके को लेकरए जिसका भारत अपने यहां टीकाकरण कार्यक्रम में व्यापक इस्तेमाल कर रहा है।
ब्रिटेन द्वारा यात्रा परामर्श में सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया द्वारा निर्मित ऑक्सफोर्डध्एस्ट्राजेनेका के टीके कोविशील्ड को शामिल करने नहीं करने पर काफी आलोचना हुई थी।
इस प्रक्रिया पर अत्यधिक भ्रम के बादए ब्रिटेन सरकार के सूत्रों ने बुधवार रात कहा कि स्वीकृत देशों की सूची में जोड़ या परिवर्तनों पर ष्नियमित रूप से विचारष् किया जा रहा हैए लेकिन देश के टीका प्रमाणीकरण को मंजूरी देने के लिए आवश्यक मानदंडों पर कोई और स्पष्टता नहीं दी गई।
ब्रिटेन सरकार के एक प्रवक्ता ने कहाए श्हमारी हाल ही में विस्तारित अंदरूनी टीकाकरण नीति के हिस्से के रूप मेंए हम अंतरराष्ट्रीय यात्रा के उद्देश्यों के लिए फाइजर बायोएनटेकए ऑक्सफोर्ड एस्ट्राजेनेकाए मॉडर्न और जेनसेन ;जे एंड जेद्ध के टीकों को मान्यता देते हैं। इसमें अब एस्ट्राजेनेका कोविशील्डए एस्ट्राजेनेका वैक्सजेवरिया और मॉडर्ना टाकेडा भी शामिल किए जा रहे हैं।श्
प्रवक्ता ने कहाए श्श्हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता लोगों के स्वास्थ्य को सुरक्षित रखनेए और सुरक्षित एवं टिकाऊ तरीके से यात्रा को फिर से खोलना हैए यही वजह है कि सभी देशों से टीका प्रमाणन को सार्वजनिक स्वास्थ्य और व्यापक विचारों को ध्यान में रखते हुए न्यूनतम मानदंडों को पूरा करना चाहिए। हम अपने चरणबद्ध दृष्टिकोण को लागू करने के लिए भारत सहित अंतरराष्ट्रीय भागीदारों के साथ काम करना जारी रख रहे हैं।ष्
जिन यात्रियों को पूरी तरह से टीका नहीं लगाया गया हैए या भारत जैसे देश में टीका लगाया गया हैए जो वर्तमान में ब्रिटेन सरकार की मान्यता प्राप्त सूची में नहीं हैए उन्हें प्रस्थान से पहले जांच करानी होगीए इंग्लैंड में आगमन के बाद दूसरे और आठवें दिन की पीसीआर जांचों के लिए भुगतान करना होगा और स्वयं को एकांतवास में रखना होगा। उन्हें पांच दिन बाद पीसीआर जांच की नेगेटिव रिपोर्ट देने के बाद इससे छूट मिलने का विकल्प होगा।
भारत में दिए जाने वाले दो मुख्य कोविड.19 टीकों में से कोविशील्ड के एक होने के बावजूद भारत के टीकाकरण प्रमाणन को मान्यता नहीं दिए जाने के संदर्भ मेंए ब्रिटेन सरकार के सूत्र ने केवल यही कहा कि अन्य देशों और क्षेत्रों में उसके अंदरूनी टीकाकरण कार्यक्रम की शुरुआत हमेशा एक ष्चरणबद्ध दृष्टिकोणष् पर आधारित रही है।
गौरतलब है किए ब्रिटेन की यात्रा के संबंध में फिलहाल लालए एम्बर और हरे रंग की तीन अलग अलग सूचियां बनाई गई हैं। कोविड.19 खतरे के अनुसार अलग.अलग देशों को अलग अलग सूची में रखा गया है। चार अक्टूबर से सभी सूचियों को मिला दिया जाएगा और केवल लाल सूची बाकी रहेगी। लाल सूची में शामिल देशों के यात्रियों को ब्रिटेन की यात्रा पर पाबंदियों का सामना करना पड़ेगा। भारत अब भी एम्बर सूची में है। इस सूची में शामिल देशों के यात्रियों को ब्रिटेन जाने पर कुछ पाबंदियों से गुजरना पड़ सकता है।
मुकेश पटेल ऑडिटोरियम में मिथिबाई क्षितिज का कोंटिन्जेंट लीडर्स ghar 2024
मुंबई l( अशोका एक्सप्रेस) मुकेश पटेल ऑडिटोरियम में अपने बहुप्रतीक्षित कोंटिन्जेंट लीडर्स म…