Home अंतरराष्ट्रीय पूर्व प्रधानमंत्री बोरिस ने कोविड-19 से जुड़े लॉकडाउन उल्लंघन पर संसद को जानबूझकर गुमराह किया: समिति

पूर्व प्रधानमंत्री बोरिस ने कोविड-19 से जुड़े लॉकडाउन उल्लंघन पर संसद को जानबूझकर गुमराह किया: समिति

लंदन, 15 जून (ऐजेंसी/अशोका एक्स्प्रेस)। ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने डाउनिंग स्ट्रीट में कोविड-19 संबंधी नियमों को तोड़कर आयोजित की गई पार्टियों की जानकारी होने से इनकार करके संसद को जान-बूझकर और बार-बार गुमराह किया था।

संसद की एक सर्वदलीय समिति ने बृहस्पतिवार को अपनी रिपोर्ट में यह दावा किया।

10-डाउनिंग स्ट्रीट ब्रिटिश प्रधानमंत्री का आधिकारिक कार्यालय और आवास है।

संसद की विशेषाधिकार समिति (कॉमन्स प्रिविलेजेस कमेटी) ने पार्टीगेट स्कैंडल में अपनी अंतिम रिपोर्ट जारी की है। इससे कुछ दिन पहले 58 वर्षीय जॉनसन ने समिति के सदस्यों पर अपने पीछे पड़ जाने का आरोप लगाते हुए संसद सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था।

समिति ने जॉनसन को संसद के नियमों का उल्लंघन करने के लिए जिम्मेदार ठहराया और समिति की ईमानदारी को लेकर जॉनसन के आरोपों पर उनकी निंदा की।

समिति ने सिफारिश की थी कि यदि जॉनसन संसद से इस्तीफा नहीं देते तो उन्हें 90 दिन के लिए निलंबित किया जाए।

समिति की रिपोर्ट में कहा गया, ”हम इस निष्कर्ष पर पहुंचे हैं कि जॉनसन ने जानबूझकर संसद को गुमराह करके गंभीर अवमानना की है। अवमानना इसलिए और अधिक गंभीर थी क्योंकि इसे प्रधानमंत्री ने किया था जो सरकार के सबसे वरिष्ठ सदस्य होते हैं।”

समिति ने कहा कि इस तरह का इतिहास में कोई मामला नहीं देखा गया है जब किसी ब्रिटिश प्रधानमंत्री को जानबूझकर संसद को गुमराह करने के लिए जिम्मेदार पाया गया हो।

उसने जॉनसन पर ‘विच हंट’ और ‘कंगारू अदालत’ जैसे अपमानित करने वाले शब्दों का इस्तेमाल कर यथोचित संसदीय प्रक्रिया की अवमानना का भी आरोप लगाया।

सांसद के रूप में जॉनसन के इस्तीफे के मद्देनजर समिति ने सिफारिश की है कि उन्हें पूर्व सदस्य का पास भी नहीं मिलना चाहिए ताकि वह संसद में सीमित रूप से भी नहीं आ सकें।

रिपोर्ट में जिन प्रतिबंधों की सिफारिश की गयी है, उन पर सांसदों को मतदान करना होगा।

जॉनसन के आचरण पर विशेषाधिकार समिति की रिपोर्ट पर ब्रिटिश सांसद सोमवार को बहस करेंगे। यह जानकारी संसद की नेता पेनी मोरडौंट ने दी। उन्होंने कहा, ”ये मामले सदन के लिए कठिन होते हैं। हमें साक्ष्यों को देखना होगा। हमें रिपोर्ट देखनी होगी।”

इस बीच जॉनसन ने प्रतिक्रिया स्वरूप एक बार फिर कड़े शब्दों में बयान जारी किया और कहा, ”यह लोकतंत्र के लिए भयावह दिन है।”

उन्होंने रिपोर्ट को ‘राजनीतिक तौर पर हत्या करने वाली’ कहकर खारिज कर दिया।

उन्होंने कहा, ”इस निर्णय का मतलब है कि कोई सांसद एक अल्पमत वाले उस समूह के मनगढ़ंत आरोपों के आधार पर प्रतिशोध की कार्रवाई का शिकार होने या निष्कासन से मुक्त नहीं है जो उसकी संसद सदस्यता जाते हुए देखना चाहता है।”

जॉनसन ने कहा, ”मैं संसद की रत्ती भर भी अवमानना नहीं करता।”

पूर्व प्रधानमंत्री संसद में पूछे जाने पर बार-बार इस बात से इनकार करते रहे कि सरकारी आवासों में कोविड-19 संबंधी लॉकडाउन के नियम तोड़े गये थे।

कंजर्वेटिव पार्टी के नेता जॉनसन ने समिति की अंतिम रिपोर्ट के मसौदे को देखने के बाद पिछले सप्ताह संसद की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था।

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