सऊदी शहजादा अमेरिका पहुंचे, खशोगी हत्याकांड की रिपोर्ट जारी होने के बाद पहली उच्च स्तरीय यात्रा
वाशिंगटन, 07 जुलाई (ऐजेंसी/अशोक एक्सप्रेस)। सऊदी अरब के शाह सलमान के बेटे और वलीअहद (क्राउन प्रिंस) के भाई शहजादा खालिद बिन सलमान ने अमेरिका में राष्ट्रपति जो बाइडन प्रशासन के शीर्ष अधिकारियों से मंगलवार को मुलाकात की। पत्रकार जमाल खशोगी की हत्या के मामले में अमेरिका द्वारा वलीअहद मोहम्मद बिन सलमान की भूमिका बताने वाली खुफिया रिपोर्ट जारी करने के बाद यह सऊदी अरब की ओर से पहली ज्ञात उच्च स्तरीय यात्रा है।
बाइडन प्रशासन ने सऊदी अरब के उप रक्षा मंत्री शहजादा खालिद की यात्रा के बारे में पहले से कोई जानकारी नहीं दी थी। सऊदी अरब के ताकतवर वहलीअद के छोटे भाई शहजादा खालिद के साथ उच्च स्तरीय सत्रों ने इन शिकायतों को फिर से सामने ला दिया है कि बाइडन प्रशासन पश्चिम एशिया में सऊदी अरब की अहमियत को देखते हुए और शीर्ष तेल उत्पादक होने की वजह से उसे खशोगी हत्याकांड में बच निकलने दे रहा है।
बाइडन प्रशासन ने एक ऐसी विदेश नीति का संकल्प लिया था जो मानवाधिकारों और अमेरिकी मूल्यों का अनुसरण करे। इस साल फरवरी में खशोगी की हत्या में वलीअहद शहजादा मोहम्मद की भूमिका के संबंध में अमेरिकी रिपोर्ट जारी होने के बाद बाइडन ने एबीसी न्यूज से कहा था कि ऐसा कोई उदाहरण नहीं है जिसमें अमेरिका किसी देश के कार्यकारी प्रमुख को सजा दे और वह भी उस देश के कार्यकारी प्रमुख को जिसके साथ अमेरिका की साझेदारी है।
एक बयान के मुताबिक, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) जेक सुलिवन ने शहजादा खालिद से मंगलवार की बैठक में कहा कि सऊदी अरब में मानवाधिकारों में सुधार की जरूरत है।
दोनों नेताओं ने रणनीतिक मामलों पर भी चर्चा की जिनमें बाइडन प्रशासन के लक्ष्यों के लिए सऊदी अरब का सहयोग अहम है, जैसे वैश्विक तौर पर अर्थव्यवस्था की बहाली। बाइडन प्रशासन ईरान के साथ परमाणु समझौते में फिर से शामिल होने पर विचार कर रहा है, लिहाजा अमेरिका सऊदी अरब को सुरक्षा मामलों पर पुनः आश्वस्त कर रहा है।
एक अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि शहजादा खालिद ने अमेरिकी रक्षा मुख्यालय पेंटगन में रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन और ज्वाइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ के अध्यक्ष जनरल मार्क मिले से मुलाकात की है। वह बुधवार को विदेश विभाग के अधिकारियों से मिलेंगे।
व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव जेन साकी ने प्रेस ब्रीफिंग में संकेत दिया कि अधिकारी खशोगी की हत्या का मुद्दा उठा सकते हैं।
खशोगी ‘द वांशिगटन पोस्ट’ अखबार में स्तंभकार थे और मोहम्मद बिन सलमान की अलोचना किया करते थे। अक्टूबर 2018 में तुर्की के इस्तांबुल शहर में सऊदी अरब के वाणिज्य दूतावास में सऊदी अधिकारियों ने उनकी हत्या कर दी थी। खशोगी वाशिंगटन में रहते थे और अपनी शादी के लिए कुछ दस्तावेज लेने के लिए वाणिज्य दूतावास गए थे।
फरवरी में बाइडन प्रशासन ने गुप्त सूची से बाहर की गई खुफिया रिपोर्ट जारी की थी जिसमें निष्कर्ष निकाला गया था कि उम्रदराज शाह सलमान के बेटे मोहम्मद बिन सलमान ने खशोगी की हत्या करने के लिए सऊदी सुरक्षा और खुफिया अधिकारियों की टीम को अधिकृत किया था।
खशोगी की हत्या के समय शहजादा खालिद अमेरिका में सऊदी अरब के राजदूत थे। उन्हें पत्रकार की हत्या के बाद अमेरिका में द्विदलीय आक्रोश के बीच वापस बुला लिया गया था। तुर्की में सऊदी वाणिज्य दूतावास में जाने के बाद खशोगी के लापता होने को लेकर जब इस मामले में सऊदी अधिकारियों के संलिप्तत होने के आरोप लगे तो शहजादा खालिद ने इन्हें बेबुनियाद बताया था।
‘द वाशिंगटन पोस्ट’ ने खबर दी थी कि खशोगी को शादी से संबंधित दस्तावेज लेने के लिए तुर्की में सऊदी वाणिज्य दूतावास जाने के लिए कहने वाले शहजादा खालिद ही थे।
सऊदी सरकार ने खालिद की मंगलवार की यात्रा को लेकर तत्काल कोई टिप्पणी नहीं की है। विदेश विभाग के प्रवक्ता ने भी इस सवाल का कोई जवाब नहीं दिया कि सऊदी अधिकारी की यात्रा के बारे में पहले से क्यों ऐलान नहीं किया गया था।
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